अहमदाबाद , भारत : अहमदाबाद के पास हुए दुखद Air India Dreamliner crash में 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई। अब इस भयावह दुर्घटना की जांच में एक किशोर द्वारा बनाया गया वीडियो अहम सुराग के रूप में सामने आया है। इस वीडियो से हादसे के कुछ क्षण पहले की स्थिति स्पष्ट दिखती है, जो जांचकर्ताओं को असल कारण तक पहुंचाने में मदद कर सकती है।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव ने किया मौके का निरीक्षण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के Principal Secretary पी.के. मिश्रा ने रविवार को crash site का दौरा किया और अहमदाबाद के Civil Hospital में जाकर इकलौते जीवित बचे यात्री Vishwas Kumar Ramesh से भी मुलाकात की। उन्होंने जांच में पूरी पारदर्शिता और गंभीरता बरतने का आश्वासन दिया।
किशोर आर्यन का वीडियो बना अहम सुराग
12वीं का छात्र Aryan Asari उस समय अपने पिता के पास अहमदाबाद के मेघानीनगर में रुका हुआ था। जब उसने छत पर खड़े होकर कम ऊंचाई पर उड़ रहे विमान को देखा, तो महज उत्सुकता में अपने mobile phone से उसका वीडियो बना लिया।
बाद में जब यह वीडियो वायरल हुआ, तो विशेषज्ञों ने पाया कि इसमें विमान के नीचे लगे RAT (Ram Air Turbine) को साफ देखा जा सकता है, जो किसी emergency situation में ही सक्रिय होता है।
RAT का दिखना संकेत है गंभीर खराबी का
RAT का दिखना बताता है कि या तो electrical system पूरी तरह फेल हो गया था या दोनों engines बंद हो चुके थे। वीडियो में RAT की उपस्थिति Vishwas Kumar के बयान से मेल खाती है, जिसमें उन्होंने बताया कि एक तेज धमाका हुआ, लाइटें बंद हो गईं, फिर एक हरी रोशनी दिखी और उसके बाद पायलट ने Mayday call दी।
ईंधन भरने में देरी ने बढ़ाई आशंका
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एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार, विमान में fuel filling में सामान्य से अधिक 42 मिनट लगे, जो किसी technical fault की ओर इशारा करता है। हालांकि कुछ विशेषज्ञ इसे international flight की सामान्य प्रक्रिया बता रहे हैं, पर जांच एजेंसियां इस पहलू को भी गंभीरता से जांच रही हैं।
क्या वाकई हुआ Double Engine Failure?
शुरुआत में विशेषज्ञ मान रहे थे कि दोनों engines एक साथ फेल होना लगभग असंभव है, लेकिन RAT के सक्रिय होने से अब यह संभावना गंभीरता से ली जा रही है। यह घटना electrical failure, hydraulic system collapse या दोनों engines failure का संकेत हो सकती है।
टेकऑफ के तुरंत बाद शुरू हुई गड़बड़ियां?
वीडियो और डेटा से पता चलता है कि टेकऑफ के समय rotation rate सामान्य थी, यानी विमान ने ठीक से जमीन छोड़ी थी। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से विमान की landing gear हवा में भी वापस नहीं ली गई, जो आमतौर पर 100 फीट की ऊंचाई पर कर दी जाती है।
इसका मतलब है कि शायद तभी से cockpit में अलार्म बजने लगे थे और पायलटों ने हताशा में landing gear नीचे ही रहने दिया।
हादसे से आहत है वीडियो बनाने वाला आर्यन
वीडियो बनाने वाला किशोर Aryan अब भी trauma में है। यह उसका अहमदाबाद में पहला दौरा था, और घटना के बाद वह अपने गांव Aravalli लौट चुका है। उसने पत्रकारों से कहा, “मुझे नहीं पता था कि मैं जिस विमान का वीडियो बना रहा हूं, वह crash कर जाएगा।”
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जांच रिपोर्ट अभी बाकी, हर कोण से होगी समीक्षा
हालांकि वीडियो ने जांच को नया मोड़ दे दिया है, पर अधिकारियों का कहना है कि किसी निष्कर्ष पर तभी पहुंचा जाएगा जब Black Box, Flight Data Recorder, ATC communication, और physical evidence का पूरा विश्लेषण हो जाएगा।
Civil Aviation Minister के. राम मोहन नायडू ने कहा कि, “हर पहलू की गहराई से जांच की जा रही है, सिर्फ एक वीडियो से निर्णय नहीं लिया जाएगा।”
एक नहीं, कई विफलताएं बनीं हादसे की वजह
विशेषज्ञों का मानना है कि यह हादसा किसी एक कारण से नहीं बल्कि कई system failures की कड़ी का परिणाम हो सकता है। इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया कि आधुनिक aviation safety सिस्टम में भी असाधारण स्थितियां संकट पैदा कर सकती हैं।